Shikha Arora

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लेखनी प्रतियोगिता -25-Feb-2022 सिपाही


देश के सिपाही हो तुम, 
विश्वास का प्रतीक हो तुम ,
हो चाहे कैसी भी डगर,
अडिग उस पर रहते हो तुम |
भारत की रक्षा करते हो तुम |

मन का दीप जलाया करते ,
माँ बहनों की रक्षा करते ,
देश की मिट्टी की खातिर ,
जान अपनी न्यौछावर करते |
भारत की रक्षा करते हो तुम |

सीमा पर खड़े रहते ,
दुश्मन की गोली खाते ,
गालियांँ भी तुम्हें पड़ती ,
प्रतिकार फिर भी नहीं करते |
भारत की रक्षा करते हो तुम |

बलिदान तुम्हें देने पड़ते ,
रिश्ते सब निभाने पड़ते ,
चाहा अनचाहा हर कोई,
प्रेम से सब सहलाने पड़ते |
भारत की रक्षा करते हो तुम |

दिनचर्या बहुत कठिन तुम्हारी,
माएँ सारी तुम पर बलिहारी, 
आशीष तुम्हें देती हजार, 
कफन की तैयारी करके तुम्हारी |
भारत की रक्षा करते हो तुम ||


प्रतियोगिता हेतु
शिखा अरोरा (दिल्ली) 

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4 Comments

लाजवाब लाजवाब लाजवाब

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Punam verma

27-Feb-2022 11:28 AM

Nice

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Swati chourasia

26-Feb-2022 08:32 AM

Very beautiful 👌

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